ब्राह्मण निर्धारण - जन्म या कर्म से

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Abhishek Pandey Goldy

9/2/20241 min read

ब्राह्मण निर्धारण - जन्म या कर्म से

ब्राह्मण का निर्धारण माता-पिता की जाती के आधार पर ही होने लगा है। स्कन्दपुराण में षोडशोपचार पूजन के अन्तर्गत अष्टम उपचार में ब्रह्मा द्वारा नारद को यज्ञोपवीत के आध्यात्मिक अर्थ में बताया गया है,जन्मना ब्राह्मणो ज्ञेयः संस्कारै द्विज उच्यते।विद्यया याति विप्रः श्रोतिरस्त्रिभिरेवच।।अतः आध्यात्मिक दृष्टि से यज्ञोपवीत के बिना जन्म से ब्राह्मण भी शुद्र के समान ही होता है।